पंजाब में सियासी हलचल तेज: अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में अचानक बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस, कैप्टन को लेकर उनके मीडिया सलाहकार ने क्या कहा?
Capt Amarinder Singh Press Conference
Capt Amarinder Singh Press Conference : पंजाब की सियासत में हलचल का दौर लगातार जारी है| जहां अब यह हलचल और ज्यादा तेज हो गई है| वो इसलिए क्योंकि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने चंडीगढ़ में अचानक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला ली है| कैप्टन के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने जानकारी देते हुए बताया है कि अमरिंदर सिंह बुधवार, 27 अक्टूबर सुबह 11 बजे चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम का उनके फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।
बतादें कि, अमरिंदर सिंह की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से यह चर्चा हो रही है कि वह अब एक बड़ा कदम उठाते हुए अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान करेंगे| ऐसी चर्चा इसलिए और है, क्योंकि कैप्टन ने हाल ही में यह कहा था कि वह जल्द ही अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान करने जा रहे हैं| जहां यह माना जा रहा है कि यही वो मौका होगा जब कैप्टन की नई राजनीतिक पार्टी सबके सामने आएगी|
कांग्रेस के कुछ नेता कैप्टन के साथ ...
कहा यह भी जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता जो कैप्टन के अति करीबी माने जाते हैं वह कैप्टन के साथ हैं और नई पार्टी बनने के साथ वह आगे का रास्ता कैप्टन के साथ तय कर सकते हैं|
बीजेपी से गठजोड़ की बात कह चुके हैं कैप्टन...
धयान रहे कि, जब कैप्टन ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाने की जानकारी दी थी तो उन्होंने उस समय बीजेपी के साथ गठजोड़ की बात भी कही थी| कैप्टन ने कहा था कि अगर किसान आंदोलन का समाधान हो जाता है तो उन्हें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीटों को लेकर समझौता होने की उम्मीद है।
अरूसा आलम का मामला कैप्टन को घेर रहा ....
बतादें कि, कैप्टन अमरिंदर के कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने के बाद पार्टी के नेता उन्हें लगातार घेर रहे हैं| अब कैप्टन को उनकी मित्र पाकिस्तानी पत्रकार अरूसा आलम को लेकर घेरा जा रहा है| सवाल उठाये जा रहे हैं| हालांकि, कैप्टन लगातार अपने ऊपर उछल रहे सवालों का जबाब दे रहे हैं| माना जा रहा है कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरूसा आलम को लेकर भी कैप्टन कुछ बोल सकते हैं|
छोड़ी कुर्सी तो कहा अपमानित किया गया ....
पंजाब में चुनाव से पहले यहां कांग्रेस में उठापटक मच गई| कैप्टन और सिद्धू में जमकर तकरार दिखी| इस तकरार में सिद्धू के साथ कांग्रेस के और कई नेता भी दिखे| आलम यह रहा कि सिद्धू को पंजाब कांग्रेस का अध्यक्ष बना दिया गया और इसके बाद फिर कैप्टन के हाथ से मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन गई| कैप्टन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देते वक्त कांग्रेस आलाकमान पर जमकर नाराजगी दिखाई| कैप्टन ने कहा कि उनका अपमान हुआ है| वह खुद को आज अपमानित महसूस कर रहे हैं| बतादें कि कैप्टन के ऐसा कहने पर यह कहा जाने लगा था कि कैप्टन अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे|
दिल्ली पहुंचकर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था ...
इस्तीफ़ा देने के बाद जब कैप्टन दिल्ली पहुंचे तो उन्होंने यहां भाजपा के वरिष्ठ नेता और ग्रह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की| इस वक्त यह माना जाने लगा कि कैप्टन बीजेपी का दामन थाम रहे हैं| लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं| कैप्टन ने इस बात से साफ इंकार किया और इसी के साथ उन्होंने यह भी साफ़ कर दिया कि वह अब कांग्रेस में नहीं रहेंगे| जहां उनकी इज्जत नहीं, वहां उनका रहना ठीक नहीं| ध्यान रहे कि, कैप्टन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को "अनुभवहीन" भी बता चुके हैं और नवजोत सिंह सिद्धू को देश और पंजाब के लिए खतरनाक बताया है|